जवाहर नवोदय विद्यालय यानी जे एन वि इस देश का जाना माना सर्वोच्च शिक्षण संस्थान है। आप ये कह सकते हैं कि इस देश में जहाँ कहीं भी सबसे ऊंचे दर्जे की शिक्षा दी जाती है, उनमें से एक है जवाहर नवोदय विद्यालय। नवोदय में अडमिशन कैसे होता है, पढ़ाई कैसी होती है, फीस कितनी लगती है और यहाँ के क्या क्या रूल्स एंड रेगुलेशन हैं? इस पूरी वीडियो में हम इन सबके बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं।
जवाहर नवोदय विद्यालय एंट्रेंस एग्ज़ैम को पास करने के बाद आपका जवाहर नवोदय विद्यालय में सेलेक्शन हो जाता है और उसके बाद आपको जवाहर नवोदय विद्यालय में अडमिशन मिल जाता है। लेकिन उससे पहले कुछ ऐसी बातें जो आपको शायद जान लेनी चाहिए। बहुत से लोग कॅफ्यूज हैं और वो सोचते हैं कि यार क्या जवान होते हैं? विद्यालय में मिलेगा और बहुत से लोगों को पता ही नहीं है कि जवाहर नवोदय विद्यालय आखिर है क्या? इस वीडियो में मैं आपको मुख्यतः जवाहर नवोदय विद्यालय के 10 महत्वपूर्ण फायदे |
नवोदय विद्यालय के फायदे
अगर आपका सेलेक्शन नवोदय विद्यालय में हो जाता है तो आपको क्या क्या फायदे क्या क्या फसिलटीज़ वहाँ पर देखने को मिलेंगे। भाई क्यों खास है जवाहर नवोदय विद्यालय? इस वीडियो को लास्ट तक देखेगा और अगर पसंद आए तो लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा। इस यूट्यूब चैनल पर नए है तो सब्सक्राइब कीजियेगा और अगर इस वीडियो को देखने के बाद अगर आपका भी मन है जवाहर नवदेव विद्यालय में जाने का और आप फॉर्म भर दिए है या फिर भरने वाले है तो फुल कोचिंग करने के लिए फुल कोर्स लेने के लिए हमारे अन्ड्रॉइड ऐप्लिकेशॅन का लिंक इस वीडियो के नीचे डिस्क्रिप्षन में होगा। इन्स्टॉल कीजिएगा एंड अपना फुल कोर्स रजिस्टर कीजिएगा।
बात करते है। नवोदय विद्यालय में मिलने वाला सबसे बड़ा फायदा।
जो बच्चे जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ते हैं, उनको नवोदय विद्यालय फ्री ऑफ़ कॉस्ट मतलब की एक भी पैसा ना लेकर हॉस्टल की सुविधा देता है और फ्री में एजुकेशन देता है। आपके गांव में जहाँ पर आप पढ़ रहे हैं वहाँ पर आप अपने घर में रह रहे होंगे तो आपका खर्चा आप जानते हैं कि आपके माँ बाप आपके ऊपर कितना पैसा खर्च कर रहे होंगे।
नवोदय विद्यालय के फायदे
और अगर आप घर को छोड़कर किसी हॉस्टल में जाकर रह रहे हैं तो वहाँ का खर्चा भी आप जानते होंगे।
तो जवाहर नवोदय विद्यालय बिना पैसा लिए हुए हर गरीब से गरीब बच्चे को भी फ्री में हॉस्टल की सुविधा देता है, जहाँ पर रहना, खाना पीना, खेलना, कूदना सब कुछ होता है। बिलकुल फ्री ऑफ़ कॉस्ट और शिक्षा भी आपको फ्री में दी जाती है क्योंकि आप अगर अपने गांव में पढ़ रहे तो आपके स्कूल की फीस भी होगी, लेकिन नवोदय विद्यालय में वो सब नहीं है। ये एक सबसे बड़ा फनैन्शली आपको फायदा हो गया। दूसरा सबसे बड़ा फायदा है की शिक्षा तो भले ही फ्री में दे दी गई क्योंकि बहुत से लोग कहते है की भाई अगर फ्री में मिल रहा है तो अच्छा नहीं मिलेगा।
लेकिन नवोदय विद्यालय फ्री में देने के बाद भी देश में सबसे बेस्ट शिक्षा देता है।
नवोदय विद्यालय के फायदे
क्योंकि इस देश में नवोदय विद्यालय सबसे जाना माना विद्यालय है। सबसे बड़ा जाना माना विद्यालय है जहाँ पर फ्री में शिक्षा दी जाती है लेकिन शिक्षा भी बहुत ही ज्यादा उत्तम क्वालिटी की दी जाती है। मतलब?
की देश से अच्छे से अच्छे शिक्षक देश के अच्छे से अच्छे बेस्ट से बेस्ट जो शिक्षक होते है वो बच्चो को शिक्षा देते है।
तीसरी सबसे अच्छी बात स्किल इम्प्लिमेंट भाई गांव की स्कूलों में आपके बच्चे को ज्यादा से ज्यादा क्या सिखाया जाएगा?
जो बच्चे के पास पांच छह किताबे हैं उनका सारा ज्ञान उसको दे दिया जाएगा। सारे चैपटर उसको पढ़ा दिए जाएंगे और बच्चे के परसेंटेज बढ़ा दिए जाएंगे।
लेकिन नवोदय विद्यालय सारी किताबें तो पढ़ाता है, सारा ज्ञान दे देता है, परसेंटेज भी अच्छे रखता है, लेकिन उसके साथ साथ बच्चे के फ्यूचर के बारे में भी सोचता है। क्योंकि नवोदय विद्यालय का मानना है कि मात्र सरकारी नौकरी प्राप्त करना ही किसी बच्चे का उद्देश्य नहीं होना चाहिए। बच्चे का उद्देश्य उसके जीवन में सफलता हासिल करना होता है और हर सफलता सरकारी नौकरी से जुड़ी हुई नहीं होती।
नवोदय विद्यालय के फायदे
अगर कोई बच्चा अपनी जिंदगी में कोई भी काम कर सकता है, इस देश की सेवा कर सकता है, इस देश की विकास में अपना योगदान दे सकता है तो वही उस बच्चे की सफलता है। ये मोटिव है जवाहर नवोदय विद्यालय का यही ओरल है जवाहर नवोदय विद्यालय का तो आपके बच्चे के स्टिल इंप्रूवमेंट मतलब की बच्चा ज़िन्दगी में हर विपरीत से विपरीत परिस्थिति में खड़ा रह सकता है, चाहे उसके आगे आंधी है, चाहे तूफान है। हर विपरीत से विपरीत परिस्थिति में बच्चा काम कर सकता है। कोई भी काम उस बच्चे को कह दो। जवाहर नवोदय विद्यालय में पड़े हुए किसी भी बच्चे को आप कोई भी काम दे दो।
वो बच्चा हंस हंस कर उस काम को एक्सेप्ट करता है और उस काम को पूरा करता है तो इस प्रकार का बच्चा जवाहर विद्यालय बनाता है।
चौथी बात करते हैं बेस्ट लिविंग फसिलिटी मतलब की। जवाहर नवोदय विद्यालय के अंदर जो फसिलिटी दी जाती है क्योंकि आप जानते हैं कि भाई हॉस्टल तो बहुत सारे पड़े हैं जहाँ पर साल के 2,00,000 4,00,000 5,00,000 इतने भी पैसे खर्च कर लो तो हॉस्टल सुविधा तो मिल जाती है, लेकिन नवोदय विद्यालय बिना पैसा लिए हुए भी लिविंग फसिलिटी मतलब की जो आपका रूम है।
नवोदय विद्यालय के फायदे
बाकी साफ सफाई है, आपकी सिक्योरिटी है एंड और भी बहुत सी। जो भी एक बच्चे के लिए एक व्यक्ति के लिए जरूरतमंद जो बातें होती है वो सारी फसिलटीज़ फ्री ऑफ़ कॉस्ट देता है। लिविंग फसिलिटी जहाँ पर आप अच्छे से रह सकते हैं लोगों के साथ रह सकते हैं भिन्न भिन्न प्रकार के लोगों के साथ आप रह सकते हैं क्योंकि हर गांव से बच्चा आता है तो आपको ज्ञान मिल जाता है। पांचवी बात करते हैं पर्सनालिटी डेवलपमेंट भाई आप जानते हैं गांव की स्कूलों में आके परसेंटेज बना दिए वहाँ पर आपने 100 में से 100% बना दिए लेकिन पर्सनालिटी जो होती है
वो डिपेंड करती है कि आप किस प्रकार से रहते हैं जो आपका हाव भाव है। किस प्रकार से लोगों से बात करना, साफ सुथरा रहना क्या पहनना है, क्या खाना है, किस प्रकार से क्या अटिट्यूड दिखाना है? ये सारा कुछ आपको नवोदय विद्यालय सीखाता है क्योंकि अगर आप किसी और स्कूल में पढ़ रहे हैं और आपको अगर वहाँ पर पर्सनालिटी डेवलपमेंट का कोर्स दिया जाता है तो उसकी आपसे एक्स्ट्रा में फीस ली जाती होगी।
लेकिन नवोदय विद्यालय आपकी पर्सनल मतलब की किस प्रकार से आपकी वेशभूषा होनी चाहिए, कितना साफ होता?
नवोदय में एडमिशनस को लेकर के आपके सारे डॉब्टस क्लियर हो जाएंगे। नवोदे में पढ़ाई का माध्यम क्या है, इंग्लिश मीडियम है या फिर हिंदी मीडियम? पढ़ाई के साथ साथ और कौन सी सुविधाएं उपलब्ध है? नवोदय में हॉस्टल और खाने का क्या हिसाब किताब है? इन सब की जानकारी आपको इस वीडियो में मिलने वाली है। कोई भी जानकारी आपसे मिस ना हो इसके लिए ये जरूरी है कि आप इस वीडियो को लास्ट तक देखें।
नवोदय विद्यालय के फायदे
नमस्कार दोस्तों, आप देख रहे हैं द्रोण स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीती 1986 के अंतर्गत देश भर में जवाहर नवोदय विद्यालयों का गठन किया गया।
योजना यह थी कि हर जिले में एक एक नवोदय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा। आज पूरे देश में 661 नवोदय विद्यालय बनाए जा चूके हैं।
अगर हम बात करें नवोदय विद्यालय में एडमिशन की तो हर नवोदय विद्यालय में हर साल 80 बच्चों का चयन होता है। क्लास सिक्स्थ के लिए।
यहाँ मैं एक बात बताना जरूरी समझता हूँ कि नवोदय में एडमिशन सिर्फ क्लास सिक्स्थ में नहीं होता है, बल्कि नाइन्थ और इलेवेंथ क्लास में भी अडमिशन होता है।
लेकिन ये सिर्फ तभी होता है जब कुछ सीटें खाली बच जाती हैं। यानी कि 80 सीटें ही होती हैं पूरी। लेकिन अगर कोई विद्यार्थी किसी वजह से विद्यालय छोड़ देता है तो उसकी जगह नए बच्चों को लिया जाता है। नाइन्थ और एलेवेंथ क्लास में।
नाइन्थ क्लास में सेलेक्शन के लिए टेस्ट लिया जाता है और इलेवेंथ क्लास में सेलेक्शन के लिए क्लास टेंथ का रिसाल्ट देखा जाता है और इसी के बेसिस पे एलेवेंथ क्लास में चयन होता है।
छठवीं क्लास में एडमिशन हर साल जेएनवीएसटी यानी जवाहर नवोदय विद्यालय सेलेक्शन टेस्ट के माध्यम से होता है।
नवोदय विद्यालय के फायदे
इस टेस्ट के लिए आपको ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है।
पहला तो ये कि अगर आप नौदे विद्यालय में एडमिशन लेना चाहते हैं तो ये जरूरी है कि विद्यार्थी क्लास थर्ड से फिफ्थ तक यानी तीसरी से पांचवी कक्षा तक किसी ना किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय या सरकारी विद्यालय से पढ़ा हो।
और किसी भी हाल में कोई भी विद्यार्थी दूसरी बार परीक्षा नहीं देने पाएगा। अगर वह पहली बार परीक्षा में फेल होता है तो।
जिन 80 बच्चों का सेलेक्शन नवोदय विद्यालय में होता है, इस परीक्षा के तहत उनमें कुछ रिजर्वेशन यानी आरक्षण भी प्रदान किए गए हैं।
पहला ये कि इन 80 सीटों में से परसेंट यानी कि 60 सीटें ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों द्वारा भरी जाएंगी।
दूसरा ये कि एस, सी और एस टी कैटेगरी से बिलौंग करने वाले छात्रों को कुल मिलाकर उस जिले में उनकी आबादी के आधार पर मैक्सिमॅम 50% तक का आरक्षण मिल सकता है।
लेकिन कम से कम स्क को 15% और एसटी को साढ़े 7% का आरक्षण तो मिलता ही मिलता है।
लेकिन आप सब में से अधिकतर व्यूअर जो भी इस वीडियो को देख रहे हैं, वो हिंदी भाषी ही है। तो मैं आपको बता दूं कि नॉर्थ इंडिया में छठवीं से आठवीं क्लास तक अधिकतर नवोदय विद्यालयों में हिंदी माध्यम से ही पढ़ाई होती है।
उसके बाद नौवीं से बारहवीं क्लास तक की पढ़ाई इंग्लिश मीडियम में की जाती है।
इसके तहत नाइन्थ क्लास में कुछ बच्चों को हिंदी भाषी क्षेत्र में स्थापित नवोदय विद्यालयों से अ हिंदीभासी क्षेत्र में स्थापित नवोदय विद्यालयों में भेजा जाता है और अ हिंदीभासी क्षेत्र में स्थापित नवोदय विद्यालयों से हिंदी भाषी क्षेत्र में।