Ek Deewane ki Deewaniyat movie download now Ek Deewane ki Deewaniyat review

By | October 31, 2025

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“एक दीवाने की दीवानियत” एक हिन्दी फिल्म है जो अक्टूबर 2025 में रिलीज हुई है। इस फिल्म का निर्देशन मिलाप जावेरी ने किया है और इसमें हर्षवर्धन राणे एवं सोनम बाजवा मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म की कहानी एक अमीर और प्रभावशाली राजनेता के बेटे विक्रमादित्य भोसले और एक बॉलीवुड स्टार अभिनेत्री अदा रंधावा के बीच की जटिल प्रेम कहानी पर आधारित है।फिल्म की शुरुआत महाराष्ट्र की राजनीति के संघर्ष से होती है, जहां विक्रमादित्य मुख्यमंत्री बनने की तैयारी में है। उसे पहली नजर में अदा से प्यार हो जाता है, लेकिन अदा को उससे प्रेम नहीं होता। विक्रमादित्य अपनी जिद में अदा से शादी करने का दबाव बनाता है, जो उसे समस्या में डाल देती है। फिल्म का पहला हिस्सा मुख्य रूप से विक्रमादित्य की दीवानगी और अदा की नाराजगी को दिखाता है।फिल्म के दूसरे हाफ में कहानी में इमोशनल ड्रामा आता है जहां विक्रमादित्य को अपनी गलती का एहसास होता है और वह महिलाओं के प्रति सम्मान का संदेश देने लगता है। फिल्म में ‘कंसेंट’ की बातों का जिक्र है, हालांकि इसे दर्शकों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं।फिल्म के कई हिस्से ओवर-द-टॉप और ड्रामैटिक लगे हैं, लेकिन मुंबई के रंगीन पृष्ठभूमि, रेट्रो संगीत, खुबसूरत कोरियोग्राफी और 90 के दशक की नॉस्टाल्जिक थीम फिल्म की ताकत हैं। हर्षवर्धन राणे की एक्टिंग को खास तौर पर सराहा गया है, लेकिन सोनम बाजवा के साथ उनकी केमिस्ट्री कमज़ोर लगी है। कुछ समीक्षकों ने फिल्म की कहानी को रोमांस के पारंपरिक ढर्रे में बहुत घिसा-पिटा और गैर-प्राकृतिक बताया है।फिल्म में कई डायलॉग युवा दर्शकों के लिए आकर्षक हैं, हलांकि कुछ जगह ये डायलॉग ज्यादा ड्रामाई लगते हैं। निर्देशन और लेखन में भी कुछ कमियां हैं, जहां कहानी की तर्कसंगतता कमजोर होती है। कुल मिलाकर, यह फिल्म उन प्रेम कहानियों के शौकीनों के लिए है जो तीव्र प्रेम और नफरत की भावना को देखना पसंद करते हैं, लेकिन जो सोशल मैसेज या कला की दृष्टि से गंभीर सामग्री चाहते हैं, उनके लिए यह फिल्म उतनी प्रभावशाली नहीं है।यह फिल्म बॉलीवुड की उन प्रेम कहानियों में से एक है जो बड़े बजट पर नहीं बनी, फिर भी अपनी जुनूनियत और इमोशनल टच के कारण कुछ दर्शकों को प्रभावित करती है, खासकर हर्षवर्धन राणे के प्रशंसकों को। फिल्म का संगीत और डांस नंबर भी दर्शकों का ध्यान आकर्षित करते हैं।यदि व्यापक समीक्षा की जाए तो “एक दीवाने की दीवानियत” अपनी पूरी लंबाई में एक भावनात्मक रोमांच और विवादास्पद प्रेम कहानी प्रस्तुत करती है, जिसमें समर्पण, शक्ति संघर्ष, और सामाजिक संदेश का मिश्रण है। फिल्म को देखने से पहले यह जानना जरूरी है कि यह पारंपरिक प्रेम कहानी से अलग, कुछ ओवर-द-टॉप भावनाओं के साथ बनाई गई है, जो कुछ दर्शकों को पसंद आ सकती है और कुछ को निराश भी कर सकती है।यदि आप चाहें तो इस समीक्षा को विस्तार और गहराई के साथ 1000 शब्दों में लिखा जा सकता है, जिसमें कहानी के प्रत्येक पहलू, किरदारों के अभिनय, निर्देशन की समीक्षा, संगीत, और सामाजिक सन्देशों का विश्लेषण विस्तृत रूप में किया जाए। कृपया बताएं कि क्या आप इस विस्तृत समीक्षा का एक पूरा निबंध चाहते हैं।

फिल्म “एक दीवाने की दीवानियत” 2025 में रिलीज़ हुई हिंदी रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन मिलाप जावेरी ने किया है। इस फिल्म की कहानी विक्रमादित्य भोसले (हर्षवर्धन राणे) की है, जो महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहा है और एक अहंकारी, ज़िद्दी इंसान है। उसकी नजर बॉलीवुड की चमकती सितारा अदा रंधावा (सोनम बाजवा) पर पड़ती है, जिसे पाकर वह उसकी जिंदगी में तहलका मचाना चाहता है।कहानी की शुरुआत में विक्रमादीय की जिद और अहंकार दिखाए गए हैं, जो अदा के लिए प्यार नहीं बल्कि कब्जा करने की दीवानगी होती है। अदा को विक्रमादित्य से कोई प्रेम नहीं होता और वह उसकी इस ज़िद से नाखुश रहती है। जब विक्रम एक महीने के अंदर अदा से शादी करने का दबाव बनाता है और उसे हर संभव तरीका अपनाकर मनाने की कोशिश करता है, तो अदा बेहद आहत हो जाती है और खुलेआम उसके खिलाफ खड़ी हो जाती है।कहानी में एक ट्विस्ट तब आता है जब अदा गुस्से और प्रतिशोध में ऐलान कर देती है कि जो विक्रमादित्य को दसवें दिन (दशहरे तक) मारेगा, वह उसके साथ एक रात बिताएगा। इसके बाद विवाद, ताकत के खेल, प्यार, नफरत, और विनाश के बीच दोनों पात्रों की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं। फिल्म में विक्रम का पागलपन और अदा की जिद उनकी परेशानियों को और बढ़ाता है, लेकिन साथ ही दोनों के बीच एक अनोखा रिश्ता भी बनता है जो कहानी को आगे बढ़ाता है।फिल्म का मुख्य विषय है पुरुष के ज़िद और महिला की मर्जी के टकराव पर आधारित प्यार की मुश्किलें। इसमें राजनीति, शक्ति संघर्ष के साथ-साथ 90 के दशक का म्यूजिक, नॉस्टाल्जिक रंग, कोरियोग्राफी और डायलॉग्स का भी खास रोल है। हालांकि कुछ सीन ओवर द टॉप लगते हैं, फिर भी ये फिल्म उन लोगों के लिए है जो जिद्दी रिश्तों और अंधे प्यार की कहानी देखना पसंद करते हैं।संक्षेप में, “एक दीवाने की दीवानियत” विक्रम की ज़िद और अदा की मर्जी के टकराव की कहानी है, जहां प्यार, नफरत, शक्ति और भावनाओं का संगम देखने को मिलता है���.

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